स्वास्थ्य हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है और हम सभी को कभी-न-कभी बुखार, खांसी, और जुकाम यानी सर्दी जैसी बीमारियों का सामना करना पड़ता है। इन बीमारियों के साथ रहना हम लोगों के लिए आम बात हो गई है, क्योंकि हमें ये नहीं पता है कि इनके होने के पीछे क्या कारण होता हैं और हम इन बीमारियों को पूरी तरह से कैसे ठीक कर सकते हैं।
इस ब्लॉग पोस्ट से हम सीखेंगे की, हमें बुख़ार क्यों होता है और इसका इलाज भारतपैथी के साथ कैसे किया जा सकता है, और अगर आप भी इन बिमारियों से पूरी तरह से ठीक होना चाहते हैं तो इस पोस्ट को ध्यान से अंत तक जरूर पढ़ें।
How to cure Fever at Home?
1. बुखार क्यों होता है? (What causes a fever in adults)
बुखार एक सामान्य बीमारी है जिसके कई कारण हो सकते हैं। यह शरीर की स्वास्थ्य सुरक्षा प्रणाली की एक प्रतिक्रिया होती है, जिसका मुख्य उद्देश्य विद्रोही पदार्थों और संक्रमण के खिलाफ लड़ना होता है। बुखार के होने के कुछ प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं: viral fever symptoms in hindi
आप सोचते होंगे की बुखार किसकी कमी से होता है? तो मैं आपको बता दूँ की ज्यादार समय बुखार होने का कारण इंफेक्शन होते हैं, बुखार किसी बीमारी का नाम नहीं है, बुखार एक लक्षण है जो दिखाता है की हम किसी जीवाणु या वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। तो हमारा शरीर उस जीवाणु या वायरस (bacteria & Virus) को ख़त्म करने के लिए हमारे शरीर का तापमान बढ़ा देता है, जिससे जीवाणु या वायरस मर जाते हैं, क्योंकि जीवाणु या वायरस ज्यादा तापमान में जीवित नहीं रह सकते हैं। अंदरूनी
बुखार क्यों होता है

बुखार के अन्य कारण:
- इंफेक्शन: इंफेक्शन बुखार का प्रमुख कारण होते हैं। जब शरीर में किसी प्रकार का जीवाणु या वायरस संक्रमित होता है, तो शरीर बुखार के रूप में प्रतिक्रिया करता है।
- संवेदनाशीलता: कभी-कभी, शरीर की संवेदनाशीलता या एलर्जी के कारण भी बुखार हो सकता है। इसमें तापमान में वृद्धि होती है और शरीर का प्रतिक्रिया प्रणाली काम करने लगती है।
- स्ट्रेस और थकान: अधिक स्ट्रेस, थकान, या बदलते मौसम के कारण भी बुखार हो सकता है।
- अन्य मेडिकल कारण: कई बार, गुर्दा संबंधित समस्याएँ, थायराइड की समस्या, और कुछ और मेडिकल स्थितियाँ भी बुखार का कारण बन सकती हैं।
बुखार क्यों होता है और कैसे बुखार ठीक करें? (How to cure Fever within 2 Hours?)

भारतपैथी में बुखार का इलाज! How to cure fever by Dr. BRC?
3-Step Diet Flu Diet by Dr. Biswaroop Roy Chowdhury
Follow 3 Steps of this Diet and cure fever within 3 days.
Day -1 Liquid Diet
Patient’s body weight in kg/10 = …. Glasses of citrus fruit juices +
Patient’s body weight in kg/10 = …. Glasses of Coconut water.
for example, if my body weight is 60 kg then it’s divided by 10 = 6 glasses of citrus fruit juices
Day -2 Fluid Diet
Body weight in kg/20= …. Glasses of citrus fruit juices +
Body weight in kg/20 = …. Glasses of Coconut water.
Body weight in kg*5=….. Grams of Tomato & Cucumber.
Day -3 Solid Diet
Breakfast-
Body weight in kg/30= …. Glasses of citrus fruit juices +
Body weight in kg/30 = …. Glasses of Coconut water.
Launch-
Body weight in kg*5=….. Grams of Tomato & Cucumber.
Dinner-
Standard Meal (Roti, Rice, veg, etc)
बुखार में ये डाइट 3 दिनों तक प्रयोग करें, (हिंदी में..)
3-स्टेप डाइट फ्लू डाइट डॉ. बिस्वरूप रॉय चौधरी द्वारा।
पहला दिन – 1 तरल पोषण का प्रयोग करें।
पहले दिन आपको केवल जूस ही पीना है, आप मौसमी का जूस और नारियल पानी पी सकते हैं।
दूसरे दिन -2 द्रव पोषण का प्रयोग करें।
दूसरे दिन आप पहले दिन के मुकाबले कम जूस पी सकते हैं और इसके साथ आपको खीरा और टमाटर खाना है।
शारीरिक वजन किलोग्राम*5 = ….. ग्राम टमाटर और खीरा।
तीसरे दिन -3 सॉलिड पोषण करना है।
सुबह का खाना –
शारीरिक वजन किलोग्राम में/30 = …. गिलास सीट्रस फल रस + (मौसमी)
शारीरिक वजन किलोग्राम में/30 = …. गिलास नारियल पानी।
दोपहर का खाना –
शारीरिक वजन किलोग्राम*5 = ….. ग्राम टमाटर और खीरा।
शाम का खाना –
मानक भोजन (रोटी, चावल, सब्जी, आदि)
Bukhar kyon hota hai aur Bukhar poori tarah se kaise theek kren?
बुखार में क्या करना चाहिए और क्या नहीं?
बुखार में क्या नहीं करना चाहिए।
- बुख़ार में मेडिसिन यानि दवाई का प्रयोग न करें।
- घर का पका हुआ खाना ना खाएं।
- मीठा और दुकान का डेड फ़ूड भी ना खाएं।
- ठण्डे स्थान से दूर रहें।
बुखार में क्या करना चाहिए।
- बुखार में शलाद और फ़ल खा सकते हैं।
- शरीर का तापमान ज्यादा होने पर सर और पेट पर ठंडी पट्टी का प्रयोग करें।
- धूप में बैठ सकते हैं।
- नींद लेकर आराम कर सकते हैं।
- सर दर्द करने पर अदरक का सेवन कर सकते हैं।
Fever यानि Flu को ठीक करने का दूसरा तरीका।
3-Step Heat Protocol
Heat as Medicine by Dr. Biswaroop Roy Chowdhary
3-Step Heat Protocol Poster के माध्यम से आप किसी भी प्रकार का फ़्लू या बुख़ार को 2 घंटे में ठीक कर सकते हैं।
- आपको एक बाल्टी लेना है और उसमे गर्म पानी रखना है, जिसका तापमान (42 से 43 अंश सेल्सियस) होना चाहिए। उसमे अपने पैर को डाल कर रखना है।
- आधा लीटर गर्म पानी में जिसका तापमान (80 अंश सेल्सियस) नींबू डालकर धीरे धीरे पीना है।
- 200 मिलीलीटर गर्म पानी जिसका तापमान (40 से 42 सेल्सियस ) होना चाहिए और सेंधा नमक डालकर जल नेति करना है।
अगर ऐसा आप 2 घंटों तक करेंगे तो आप देखेंगे की आपके अंदर का बैक्टीरिया और वायरस मर चूका होगा और आप ठीक हो जायेंगे।
to know more about heat protocal: click here or watch this video.
निष्कर्ष (Conclusion):
इस विशेष डाइट द्वारा बुखार के इलाज की प्रक्रिया को सरल और प्रभावी बनाया जा सकता है। यह डाइट तरल, फ्लूइड, और सॉलिड खाद्य पदार्थों के साथ शरीर को उपयुक्त पोषण प्रदान करती है, जो बुखार से जल्दी लाभ प्रदान कर सकती है। बुखार के दौरान सही आहार और सावधानियों का पालन करना महत्वपूर्ण होता है।
अगर आपके जानकारी में कोई ऐसा व्यक्ति है जो फ़्लू या बुखार से परेशान है तो आप इस पोस्ट को उनके साथ शेयर कर सकते हैं।
if you need any help you can mail us: Help@bharatpathy.in
Thank you! 💖